A Secret Weapon For shiv chalisa lyricsl
A Secret Weapon For shiv chalisa lyricsl
Blog Article
दिवाली से पहले बन रहा गुरु पुष्य योग, जानें सबसे अच्छा क्यों है?
अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।
प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥
This informative article desires additional citations for verification. Make sure you aid make improvements to this informative article by including citations to responsible sources. Unsourced content might be challenged and eradicated.
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥
कंबु – कुंदेंदु – कर्पूर – गौरं शिवं, सुंदरं, सच्चिदानंदकंदं ।
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर Shiv chaisa ललित अनुपा॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
शिव पंचाक्षर स्तोत्र